Shayari

फ़िक्र तो तेरी आज भी करते है…
बस जिक्र करने का हक नही रहा…
*******
इक़ दर्द छुपा हो सीने में तो मुस्कान अधूरी
लगती है,
जाने क्यों बिन तेरे,मुझको हर शाम अधूरी
लगती है…
*******
छीन लेता है हर चीज मुझसे ए खुदा, क्या तू
भी इतना गरीब है…!!!
******
मै खाने पे आऊंगा मगर पिऊंगा नहीं साकी,
ये शराब मेरा गम मिटाने की औकात नही
रखती…
******
******
क्या ख़ाक तरक़्क़ी की आज की दुनिया
ने…
मरीज़-ए-इश्क़ तो आज भी लाइलाज बैठे हैं!!!
******
काश वो दिन लौट आये जब नींद बड़ी
बेफिक्र आती थी,
आँखें खुलती थी रोज नयी दुनिया नजर
आती थीं।
*******
जब इंसान अपने अलावा कुछ और बनने की
कोशिश करे तो;
वो या ज़ालिम बन जाता है या फिर
मज़लूम।
*******
दिखेगा तुजे भी खुदा सिर्फ इतना कहा
मान, ठिकाने बदलना छोड! नजारे बदल..
*******
ये जो मेरे क़ब्र पे रोते है…….
अभी उठ जाऊँ ..तो जीने ना दे…..
*******
सीख ली जिसने अदा गम में मुस्कुराने की,
उसे क्या मिटायेंगी गर्दिशे जमाने की…..
*******
कर जाते हैं शरारत क्योंकि थोड़े शैतान हैं
हम;कर देते हैं ग़लती क्योंकि इंसान हैं हम;
ना लगाना हमारी बातों को क़भी दिल
से; आपको तो पता है ना कितने नादान हैं
हम!!!!!
*******
मुहब्बत में अपने को हमेशा बादशाह समझा
हमने,
एहसास तो तब हुआ जब वफ़ा मांगी
फकीरों की तरह…
*******
जिंदगी में कुछ फैसले हम खुद लेते हैं, और कुछ
हमारी तकदीर।
बस अंतर तो सिर्फ इतना है कि तकदीर के
फैसले हमें पसंद नहीं आते
और हमारे फैसले तकदीर पसंद नहीं करती…
********
कमी खल रही है, तेरी बड़ी जोर से.. तुम चले
आओ कीसी भी और से ।
*******
जिंदगी शायद इसी का नाम है, दूरियां
मजबूरियां तन्हाइयां ।।
*******
किसी ख्वाब की इतनी औकात नहीं,
जिसे हम देखे और वो पूरा ना हो…..
******
जब चलना नहीं आता तो गिरने नहीं देते थे
लोग….
जब से संभाला खुद को कदम कदम पर गिराने
की सोचते है लोग….
*******
कमाल करता है ऐ दिल तू भी… उसे फुरसत
नहीं और तुझे चैन नहीं…
*******
इतना दर्द तो मोत भी नहीं देती है
जितना तेरी ख़ामोशी ने दिया है…
*******
बड़ी मुश्किल से सुलाया है ख़ुद को मैंने,
अपनी आंखों को तेरे ख़्वाब क़ा लालच
देकर….
*******
इसी बात ने उसे शक में डाल दिया हो
शायद,
इतनी मोहब्बत, उफ्फ…कोई मतलबी हीं
होगा !!!!
********
सुलग रहे है कब से मेरे, दिल में ये अरमान, रोक ले
अपनी बहो में तू, आज मेरे तूफ़ान |
*******
दिवानो को और भी, दीवाना ना
बनाओ,
सुना है तुम्हारी जुबा से, के हमसे प्यार है
तुमको …
*******
बरसो बाद भी तेरी जिद की आदत ना
बदली,
काश हम मोहब्बत नहीं तेरी आदत होते ….!
*******
फ़िक्र-ए-रोज़गार ने फासले बड़ा दिए
वरना…..
सब यार एक साथ थे, अभी कल ही की तो
बात है…
*******
मुझे तेरे ये कच्चे रिश्ते जरा भी पसंद नहीं आते
या तो लोहे की तरह जोड़ दे या फिर
धागे की तरह तोड़ दे ..
*******
अपने हसीन होठों को किसी परदे में छुपा
लिया करो,
हम गुस्ताख लोग हैं.. नजरों से चूम लिया
करते हैं !!!!
*******
सारा दिन गुजर जाता है खुद को समेटने में,
फिर रातको उसकी यादों की हवा
चलती है और हम फिर बिखर जाते है…
*******
इश्क ओर दोस्ती मेरे दो जहान है…. इश्क
मेरी रुह तो दोस्ती मेरा ईमान है…
इश्क पर तो फिदा कर दुं अपनी पुरी
जिंदगी…. पर दोस्ती पर मेरा इश्क भी
कुर्बान है..
*******
भरोसा “खुदा” पर है, तो जो लिखा है
तकदीर में,वो ही पाओगे।
मगर, भरोसा अगर “खुद” पर है, तो खुदा वही
लिखेगा, जो आप चाहोगे …
********
गिलास में पड़ी, शराब के दो घूंटो में ही
थी ज़िन्दगी और हम ज़िन्दगी को कहाँ
कहाँ ढूंढते रहे…
********
कोई सिलवट.. कोई शिकन.. ना रहे
बाकी.. हुनर ऐसा दे मुझ को मौला.. कोई
अपना.. कभी गैर ना हो पाए..!!
*******
जिन्दगी तेरी भी, अजब परिभाषा है ।
सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा
है ।
*******
“क्यों डरें जिंदगी में क्या होगा, हर वक्त
क्यों सोचे कि बुरा होगा,
बढते रहें मंजिलों की ओर हम… कुछ भी न
मिला तो क्या? तजुर्बा तो नया होगा.!

*******
“हर गम ने ,हर सितम ने ,नया होसला दिया,
मुझको मिटाने वालो ने , मुझको बना
दिया”……
*******
संघर्षो में यदि कटता है तो कट जाए सारा
जीवन..
कदम-कदम पर समझौता मेरे बस की बात
नहीं..!!
*******
साहिब इज्जत हो तो इश्क़ जरा सोच कर
करना ।।
ये इश्क अक्सर मुकाम ए जिल्लत पे ले जाता
है ।।
*******
हस कर कबूल क्या कर ली हर सजा हमने …
दस्तुर बना लिया दुनिया ने भी…. इल्जाम
लगाने का ……!!!
*******
मैं अपनी ज़िन्दगी में हर किसी को इतनी
एहमियत सिर्फ इसलिए देता हूँ….
कि जो ‘अच्छे’ होंगे वो हमेशा साथ देंगे और
जो ‘बुरे’ होंगे वो हमेशा सबक़ देंगे …!!
*******
हम आज भी अपने हुनर मे दम रखते है ,
होश उड़ जाते है लोगो के,जब हम महफील में
कदम रखते है।।
*******
रंग दुनिया ने दिखाया है निराला, देखूँ, है
अँधेरे में उजाला,
तो उजाला देखूँ आइना रख दे मेरे हाथ
में,आख़िर मैं भी,
कैसा लगता है तेरा चाहने वाला देखूँ
******
पानी फेर दो इन पन्नों पर, ताकि धुल जाए
स्याही सारी,,
ज़िन्दगी फिर से लिखने का मन होता है
कभी-कभी..
*******
कितनी जल्दी ज़िन्दगी गुज़र जाती है,
प्यास भुझ्ती नहीं बरसात चली जाती है,
तेरी याद कुछ इस तरह आती है, नींद आती
नहीं मगर रात गुज़र जाती है ….
*******
” कैसे लढु मुकदमा, खुद से उसकी यादो
का ??..
ये दिल भी वकील उसका, ये जान भी गवाह
उसकी!!!”
*******
अभी तो साथ चलना है,समंदर की मुसाफत
में…
किनारे पर ही देखेंगे,किनारा कौन करता
है..!!
*******
नींद तो ठीक ठाक आई पर जैसे ही आँख
खुली फिर वही ज़िन्दगी याद आई।
*******
क्या कह गई है उनकी नजर, कुछ पूछिए,
क्या हुआ दिल पे असर, कुछ न पूछिए |
*******
दुआ कौन सी थी ज़हन मे याद नही! बस
इतना याद है,
दो हथेलियाँ जुड़ी थी! एक मेरी थी, एक
तुम्हारी थी!
*******
हजार जवाबों से अच्छी है खामोशी,
ना जाने कितने सवालों की आबरू रखती
है !
*******
मुलाकात जरुरी हैं, अगर रिश्ते निभाने हो,
वरना लगा कर भूल जाने से पौधे भी सूख
जाते हैं….
*******
वो हमको पत्थर और खुद को, फूल कह कर
मुस्कुराया करते हैं…
उन्हें क्या पता कि पत्थर तो पत्थर ही रहते
हैं, पर फूल ही मुरझा जाया करते हैं …
******
मिल सके आसानी से, उसकी ख्वाहिश
किसे है?
जिद्द तो उसकी है, जो मुकद्दर में लिखा
ही नही है !!
*******
“हमारे आंसूं पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं, उनकी
इस अदा से वो दिल को चुराते हैं,
हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को, इसी
उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं।”
*******
कोई कह दे गमों से अब तो बाँध लो सामान
अब अपना…
बहुत दिनों से रुका मेहमान, किसी को
अच्छा नहीं लगता…
*******
दुश्मन भी दुआ देते हैं मेरी फितरत ऐसी है l
दोस्त भी दगा देते हैं मेरी किस्मत ऐसी है ll
*******
मोहब्बत बुरी है… बुरी है मोहब्बत,
कहे जा रहे है… किये जा रहे है…
*******
सिखा दिया ‘तुने’ मुझे… अपनों पर भी ‘शक’
करना…
मेरी ‘फितरत’ में तो था… गैरों पर भी
‘भरोसा’ करना….
*******
हो जो मुमकिन……… तो अपना बना लो तुम,
मेरी तन्हाई गवाह है…. मेरा अपना कोई
नहीं….
*******
“माना की मरने वालों को …….भुला देतें है
सभी,
मुझ जिंदा को भूलकर तूने…. कहावतें बदल
दी”…..
******
तुझसे नही, तेरे वक़्त से नाराज़ हुँ मै,,
यही हे…जो तुझे मेरे िलये नहीं िमलता..
*******
शरीफ इतना था कि कभी कमीज़ के बटन
नही खोला…
मगर इस बेदर्द गर्मी ने सलमान खान बना
दिया…
*******
मेरी शायरी का शौक रखने वालों, मुझे
कभी आदत न बना लेना….
मैं वोह एक लहर हूँ…. जो ठहर जाने की चाहत
नहीं रखता…!
*******
ये दबदबा, ये हुकूमत, ये नशा, ये दौलतें…
सब किरायेदार हैं घर बदलते रहते हैं !!
*******
फिर क्यों इतने मायूस हो उसकी बेवफाई पर
तुम खुद ही तो कहते थे कि वो सबसे जुदा है।

*******
मुद्दतों बाद जब उनसे बात हुई तो बातों
बातों में मैंने कहा..
“कुछ झूठ ही बोल दो” और वो हँस के बोले
तुम्हारी याद बहुत आती है
*******
” हमें पता था की उसकी मोहब्बत के जाम में
जहर है ,
पर उसका पिलाने का अदाज़ ही इतना
प्यारा था की हम ठुकरा न सके…”
*******
क्या अजीब सबूत माँगा है उसने मेरी
मोहब्बत का……
मुझे भूल जाओ तो मानू की तुम्हे मुझसे
मोहब्बत है……..!!!!!!
*******
लोग अक्सर शोर में, नींद ना आने की
शिकायत करते हैं….
एक मैं हूँ….मुझे तेरी खामोशी सोने नही
देती..!!!
*******
मैं तो गजल सुना के अकेला खड़ा रहा,
सब अपने अपने चाहने वालों में खो गए …
******
यूँ तो तेरे होठों से लगी वो बस बारिश की
एक बूँद थी,
फिर जाने क्यों मेरी आँखों के लिए वो
कायनात हो गयी…
*******
कोई क्या जानेगा कभी अपना भी
जमाना था सारा शहर कभी अपना भी
दीवाना था लोग तो करते है सिर्फ
दोस्तों से दोस्ती अपना तो दुश्मनों से
भी याराना था …..
*******
हँसना तो बड़ी “शह” है…..रोने भी नही देते….
लम्हे “तेरी यादो” के…. कुछ ऐसे भी आते हैं…!!
*******
मिली थी जिनदगी ,किसी के काम आने
के लिए पर वक्त बित रहा है , कागज के तुकडे
कमाने के लिए !
*******
और भी बनती लकीरेँ.. दर्द की शायद कई,
शुक्र है तेरा खुदा, जो हाथ छोटा सा
दिया…!!
*******
लगा कर फूल होटों से उसने कहा चुपके से,
अगर कोई पास न होता तो तुम फूल की
जगह होते।
*******
ये इश्क़ मोहब्बत की रिवायत भी अजीब है…
पाया नहीं है जिसको, उसे
खोना भी नहीं चाहते !!!
*******
तुम्हे याद कर लूँ तो मिल जाती है हर दर्द से
निजात,,
लोग यूं ही हल्ला मचाते हैं की दवाइयाँ
महँगी हैं..️
*******
हर फूल को रात की रानी नही कहते,
हर किसी से दिल की कहानी नही कहते.
मेरी आँखों की नमी से समझ लेना,
हर बात को हम जुबानी नही कहते.
*******
इस से बढकर तुमको और कितना करीब लाँऊ
मैं …
कि तुमको दिल में रखकर भी मेरा दिल
नहीं लगता ……!!
*******
तु मिले या न मिले ये मेरे मुकद्दर की बात है..
”सुकुन” बहुत मिलता है तुझे अपना सोचकर….
*******
बहक जाने देँ मुझे मेरे यार की मोहब्बत में,
ये वो नशा है जो ..मेरे सर से कभी उतरता
नहीं …
*******
यह भी अच्छा है की हम किसी को अच्छे
नहीं लगते…
चलो कोई रोयेगा तो नहीं हमारे मरने के
बाद..!!…

4. Dard Hai Dil Me Par Ehsas Nahi
Hota, Rota Hai Dil Jab Wo Pas
Nahi Hota, Barbad Ho Gaye Hum
Unki Mohobut Me, Or Wo Kahte
Hai Is Tarah Se Pyar Nahi Hota.
5. Unki Nazron Mein Chupa Aaj Bhi
Ek Raaz Tha, Wohi Chehra Wohi
Libaas Tha, Kaise Yaaron
Unko Bewafa Kehdu, Aaj Bhi
Unke Dekhne Ka Wohi Andaaz Tha.
6. Wo Chehra Hum Har Pal Yaad Karte
Hain, Zinda To Hain Bus Zindgi
Talash Karte Hain Koi Kyu Bhul
Jaata Hai Apne Banakar, Hum
Khud Me Wo Kami Talash Karte Hai.
7. Mom Ki Tarha Pighalte Hue Dekha
Usko, Raat Ki Tarha Badalte
Hue Dekha Usko, Jane Kis Gam Ko
Chupane Ki Tamanna Hai Use,
Har Baat Pe Haste Hue Dekha Usko.
8. Apni Chahat Ka Kabhi Izhar Mat
Karna, Zindgi Me Kabhi Pyar
Mat Karna, Humne Bhi Ki Thi
Yahi Galti, Aur Unhone Keh
Diya Mera Intzar Mat Karna..!
9. Dariya Wafaon Ka Kabhi Rukta Nahin,
Pyar Main Insan Kabhi Jukta
Nahin, Kamosh Ho Jate Hain Unki
Khushi Ke Liye, Aur Wo Samjhte
Hain Humara Dil Kabhi Dukta Nahin. Sad
Shayari In Hindi For Love
10. Unki Aankho Se Kash Koi Isara
To Hota, Kuch Mere Jeene Ka
Sahara To Hota, Tod Dete Hum
Rasam Zamane Ki, Ek Baar
Hi Sahi Usne Pukara To Hota.
Sad Shayari In Hindi For Lover
and Girlfriend
11. Pyaar Sikha Kar Woh Juda Ho
Gaye, Na Socha Na Samjha
Bas Khafa Ho Gaye, Ab Kis
Ko Hum Apna Kahenge Woh Bhi
Auron Ki Tarah Bewafa Ho Gaye.
12. Dil Ko Aata Hai Jab Bhi Khayal Unka,
Tasveer Se Puchhte Hain Haal
Unka, Wo Kabhi Humse Pucha
Karti Thi Judaai Kya Hai, Aaj
Samjh Mein Aaya Hai Sawal Unka.
13. Wakt Noor Ko Benoor Bana Deta
Hai, Chote Se Jakhmo Ko Nasor
Bana Deta Hai, Kaun Chahta Hai
Apno Se Door Rahna, Magar Wakt
Sabko Majboor Bana Deta Hai.
14. Laut Jati Hai Dunia Mera Gam Dekh
Kar, Laut Jati Hai Lehrein Kinara
Dekh Kar, Tu Kandha Na
Dena Mere Janaze Ko, Kahin Zinda
Na Ho Jaoon Tera Sahara Dekh Kar.
15. Pyar Ke To Sirf Fasaane Hote He,
Is Duniya Mein Hum Jaise Bhi
Deewane Hote He, Unki Mohabbat
Ko Hum Bhala Apni Taqdeer Kaise
Banayein, Humari Taqdeer Mein To
Sirf Tute Huye Aashiyaane Hote He. Sad
Shayari For Lover
16. Sukun Apne Dilka Maine Kho Diya,
Khud Ko Tanhai Ke Samandar Mei
Dubo Diya, Jo Thi Mere Kabhi
Muskrane Ki Wajah, Aaj Uski
Kami Ne Meri Palko Ko Bhigo Diya.
17. Mere Kareeb Nahi Mujh Se Juda Bhi
Nahi, Ye Raaz Mgar Un Par Khula
Bhi Nahi, Suna Hai Unko Pasand
Aa Gyi Hai Khamoshi Meri, Is
Khayal Se Humne Kuch Kaha Hi Nahi.
18. Yun Mile Ki Mulaqaat Na Ho Saki,
Sooraj Dooba Par Raat Na Ho
Saki, Humari Khamosh Nigaahen
Har Baat Keh Gayi, Aur Unki
Shikayat Rahi Ki Baat Na Ho Saki.
19. Kalam Chalti Hai To Dil Ki Awaz Likhti
Hoon, Gham Aur Judai Ke Andaz E
Bayaan Likhti Hoon, Rukte Nahi Hain
Meri Aankhon Se Aansu, Main Jab
Bhi Uski Yaad Mein Alfaz Likhti Hoon. Sad
shayari in hindi for friends
20. Agar Hum Bhi Teri Tarah Majbur Na
Hote, Khuda Kasam Hum Bhi Tumse
Door Na Hote, Wo To Tere Ishq Me
Hum Badnaam Ho Gye, Warna Sms
Ki Dunia Me Hum Mashur Na Hote.
21. Hasrato Ka Jaise Phir Dhua Udne
Laga, Ab To Ghayal Dil Bhi
Jalne Laga, Kya Khub Sajaya
Janaza Logo Ne Mera, Par
Ab To Usme Bhi Dum Ghutne Laga.
22. Mana Aapki Nazar Me Aapka Pyar
Hum Nahi, Kaise Kahe Aapke
Talabgar Hum Nahi, Khud Ko Jala
Ke Khaak Kar Dala Mita Diya, Lo
Ab Aapki Raah Me Diwar Hum Nahi.
23. Katil Gunah Karke Zamane Me Reh
Gaye, Hum The Ke Ashq Bahane
Me Reh Gaye, Patthro Ka Jawab
De Skate The, Magar Hum Dil
Ke Aaine Ko Bchane Me Reh Gaye. Latest
Sad Shayari In Hindi
24. Wafa Seh K Bhi Hum Wafa Dete Hain,
Koi Gali De Tu Hum Dua Dete Hain,
Saza Hum Ne Jo Be khata Pai Hai,
Sitam Bhi Tere Sab Maza Dete
Hain, Tere Zulam Ka Aur Mere Sabar
Ka Faisla Aaj Kar Ke Dikha Dete Hain.
25. Utre Jo Zindgi Teri Gehraiyo Me
Hum, Mehfil Me Reh Kar Bhi
Rahe Tanhaiyo Me Hum, Diwangi
Nahi To Aur Kya Kahe, Insaan
Dhundhte Rahe Parchaiyo Me Hum.
Latest Sad Shayari In Hindi
26. Majburion Ki Khabar Hai Mujhe,
Baat Baat Par Kasam Na Khaya
Karo, Roz Gairon Ki Majlis
Me Jaate Ho Tum, Kabhi To
Apno Ki Mahfil Sajaaya Karo.
27. Jana Kaha Tha Aur Kaha Aa Gaye
Duniya Me Bankar Mehman Aa
Gaye Abhi Pyaaryaar Ki
Kitaab Kholi Hi Thi Aur
Na Jane Kitne Imtehaan Aa Gaye.
28. Mohabbat Karne Walo Ko Diwana Kah
Diya, Pyar Me Jalne Walo Ko
Parwana Kah Diya, Dafna Diya
Mohabbat Ko Patthro Ke Niche Logo
Ne Use Mumtaz Ka Aasiyana Kah Diya.
29. Zindgi Ke Safar Ko Lafzo Mein Piroya
Hai, Apni Har Gazal Ko Dard
Mein Bhigoya Hai, Plz Aaj Wah
Wah Na Kehna, Kyun Ki Aaj
Fir Ye Dil Kisi Ki Yaad Mein Roya Hai.
30. Aaye Na Agar Tumhe Yaad Hamari, Hum
Nahi Karenge Dunia Se
Shikayat Tumhari, Bewafa Ho
Tum Ye Na Kahenge Kisi Se
Kahenge Ki Kami Thi Wafa Me Hamari.
31. Jo Nazar Se Guzar Jaya Karte Hain,
Wo Sitare Aksar Toot Jaya Karte
Hain, Kuch Log Kabhi Apne Dard
Ko Bayaan Nahi Karte, Bus Chup
Chap Bikhar Jaya Karte Hain.
32. Jis Din Band Ho Jayengi Humari
Aankhe, Uss Din Kayi Aankho Me
Aansu Aa Jayenge, Jo Kehte Hai
Bahut Bolte Hai Hum, Dekhna Ek Din
Wahi Humari Sunne Ko Taras Jayenge.
33. Dard E Dil Ne Dekho Kitne Gam Jhele
Hain, Mere Masoom Dilme Zakhmo
Ke Kitne Mele Hain,
Mehfilon Ki Khwaish Thi Hume,
Dekho Zindgi Me Aaj Kitne Akele Hain!
34. Wade Wafa Kar Ke Kyu Mukar Jate
Hai Log, Kisi Ke Dil Ko Kyu Tadpate
Hain Log, Agar Dil Lagakar
Nibha Nahi Sakte To Fir Kyu
Dil Ko Dil Se Itna Lagaate Hain Log.
35. Kaha Se Laau Wo Rangat Gayi
Baharon Ki Tumhare Saath Gayi
Roshni Nazaron Ki Kahi Se Laut
Ke Aao Bahut Andhera Hai Chirag
Dil Ka Jalao Bahut Andhera Hai.
36. Khwaishon Ke Piche Bhagne Se
Kya Mila Mujhe, Aisi To Mai
Kabi Na Thi Ye Kya Hua Mujhe,
Raaston Pe Chalte Chalte Kyu
Mai Bikhar Gayi, Shaks Jo Mere
Saath Tha Kyu Wo Bichaad Gaya! latest sad
shayari 2016
37. Ek Din Main Bhi Kafan 0dh Jaunga,
Har Ek Rishta Is Zamane Se
Tod Jaunga, Jitna Jee
Chahe Dil Dukha Lo, Ek Din
Rota Hua Sabko Chhod Jaunga.
38. Pahli Nazar Mai Hi Unse Pyar Ho
Gya, Usne Kuch Kahunga Ye
Sochata Hi Rah Gya, Jab
Aai Bari Pyar Ka Izhar Karne
Ki, Tab Tak Unke Dil Par Kisi
Aur Ke Pyar Ka Jadu Chal Gya. sad shayari
in hindi
39. Wo Kahin B Rahen Sar Pe Uske
Ilzaam To Hai, Uske Hathon
Ki Lakiron Me Mera Naam
To Hai Wo Mujhe Apna Banaye
Ya Na Banaye Zamane Me Mere
Naam Se Woh Badnam To Hai.
40. Dil To Chahta Hai Ki Mai
Teri Har Khwaish Poori
Kar Du, Par Darr Lagta Hai
Ki Kahi Tu Mujhse, Khwaish
Me Judaai Na Maang Le..!

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